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पिंकी के टमाटर
मेरा नाम पिंकी है और मैं लुधियाना की रहने वाली हूं जब मैं पैदा हुई तब मैं बहुत दुबली पतली पैदा हुई थी हर कोई मुझे चढ़ाता था, लेकिन जैसे-जैसे में बड़ी हुई तो मैं दुबली पतली होने के कारण बहुत ज्यादा सेक्सी भी दिखती थी क्योंकि मेरा फिगर बहुत ज्यादा 0 था और हर कोई मुझे पाने की ख्वाहिश में मेरे आगे पीछे डोलता रहता था, लेकिन मैं बहुत ज्यादा परेशान थी अपने टमाटर को लेकर टमाटर मतलब मेरे दूध, मेरे दूध बहुत ज्यादा छोटे थे इसलिए मेरी सहेलियां मुझे टमाटर टमाटर कहकर चिढ़ाती थी, क्योंकि मेरे दूध का साइज टमाटर की जैसा था |

बस में इसी एक समस्या से बहुत ज्यादा परेशान रहती थी, आज मेरी उम्र 24 साल हो गई है और मैं शादी की उम्र में पहुंच चुकी हूं लेकिन मुझ जैसी लड़की से कौन शादी करेगा जिसके दूध टमाटर जैसे हो जिस्म तो मेरा सेक्सी है लेकिन दूध भी तो मायने रखते हैं

तभी अचानक से मेरे कॉलेज में मेरी एक फ्रेंड बहुत दिनों के बाद वापस आई वह अपने नानी के देहांत में छुट्टी पर घर गई थी लेकिन जब वह घर गई थी तब उसके दूध भी मेरी तरह थे और अब उसके दूध तरबूज ए की तरह बड़े-बड़े दिख रहे थे उसको गए एक महीना ही हुआ था लेकिन एक महीने में इतना परिवर्तन मैं उसे देख कर के चौक की थी अब मेरे मन के विकार जानने के लिए व्याकुल थे कि आखिर वह लड़की 1 महीने में क्या खाई है जिससे उसके दूध टमाटर की तरह नहीं बल्कि तरबूज की तरह दिखने लगे हैं


कॉलेज की छुट्टी हो चुकी थी और मैं बेल बजने का इंतजार कर रही थी जैसे ही बेल बजी और मैं कॉलेज के बाहर कदम रखकर सबसे आगे गेट पर जाकर खड़ी हो गई और कल्पना का इंतजार कर रही थी जैसे ही कल्पना आई तो मैं कल्पना से बात करने लगी और उससे अच्छे से दोस्ती कर ली और उसका मोबाइल नंबर भी ले लिया, मैं उससे डायरेक्ट नहीं पूछ सकती थी कि उसने 1 महीने में ऐसा क्या किया जिससे उसके दूध इतने बड़े हो गया, इसलिए मैंने उसका नंबर ले लिया था और मैं सोच रही थी कि धीरे-धीरे उसे दोस्ती करूंगी और फिर धीरे से उसे पूछूंगी कि आखिर क्या राज है जिससे उसके दूध 1 महीने में इतने बड़े हो गए

कल्पना ने बताया दूध बड़े होने का राज
कुछ ही दिनों में कल्पना से मेरी बहुत ही ज्यादा गहरी दोस्ती हो गई और फिर मैंने कल्पना से धीरे से कॉलेज के बाद पूछा कि आखिर उसके दूध इतने बड़े कैसे हो गए तब मुझे कल्पना ने पूरी कहानी बताई कल्पना ने कहा कि जब वह नानी के घर गई थी तब उसकी एक सहेली उसे एक बाबा के पास ले गई उस बाबा के पास जाने के बाद उसने कहा कि उसे उसके दूध बड़े करना है और बाबा ने उसे कहा कि उसके दूध बड़े कर दूंगा लेकिन उसे रोज एक महीने तक मेरे पास आना होगा, बाबा की बात मानकर कल्पना हर रोज बाबा से मिलने जाती रही और फिर उसके दूध बड़े हो गए

पिंकी भी पहुंची बाबा के पास
अब मुझे रात दिन नींद नहीं आ रही थी मैं भी अपने टमाटर को तरबूज करना चाह रही थी तब मैंने कल्पना से उसकी मदद मांगी और मैं कल्पना के साथ उसके गांव चली गई कल्पना की नानी के घर पर मैं रहने लगी

कल्पना मुझे बाबा के पास ले गई बाबा मुझे देख रहा था ऐसा लग रहा था जैसे वह मुझे बहुत ही ज्यादा गंदी नजरों से घूर रहा हो बाबा ने मुझसे कहा कि तुम्हें रोज मेरे पास आना होगा महीने भर तक तब जाकर तुम्हारे दूध बड़े हो पाएंगे, मैं बाबा की बात मान गई कल्पना ने मुझे बाबा के रूम में छोड़ दिया और वह बाहर चली गई और मेरा इंतजार करने लगी मैं अंदर पालथी मारकर बाबा को घूर रही थी और बाबा मुझे देख रहा था, बाबा मेरे दूध को घूर घूर के देख रहा था बाबा ने मुझसे कहा कि अपने कपड़ों को उतारो मैं तुम्हारे टमाटर को देखना चाहता हूं यह सुनकर मुझे बहुत ही अजीब लगा लेकिन मैं यह करना नहीं चाहती थी मैं किसी भी पराए पुरुष को अपना जिस्म नहीं दिखाना चाहती थी क्योंकि मैंने आज तक किसी भी लड़के का स्पर्श नहीं लिया था बाबा ने मुझसे कहा कि बेटी अगर तुम्हें अपने दूध बड़े करना है तो तुम्हें यह करना होगा मैंने बाबा से कहा बाबा मैं यह सब नहीं कर पाऊंगी तब बाबा ने मुझसे कहा ठीक है मैं मेरे पास एक उपाय है उस उपाय से भी यह काम हो जाएगा बाबा ने मुझे एक दवाई पिलाई और दवाई पीते ही मुझे कुछ मदहोशी छा गई और फिर मुझे आसपास कुछ भी ठीक से नहीं दिख रहा था मानो जैसे मुझे चक्कर सहारा हो , तभी बाबा ने मेरा दुपट्टा हटा दिया और धीरे धीरे मेरी कुर्ती के अंदर हाथ डालने लगा, हाथ डाल करके उसने मेरी कुर्ती को धीरे-धीरे ऊपर सरकाने लगा मैं होश में नहीं थी इसलिए कुछ रोक नहीं पाई बाबा ने मेरी कुर्ती को और ऊपर कर खसखाते मेरी कुर्ती को पूरा खींच लिया|
अब मेरे अंदर कमीज बस बची थी बाबा ने मेरी कमीज को भी धीरे-धीरे सरका ने लगा और फिर कमीज के अंदर से मेरे दूध को बाहर निकाल लिया और उन्हें अपने हाथों से जोर जोर से दबाने लगा और मुझे जमीन पर लेटा दिया बाबा ने अपने पूरे कपड़े उतार कर जमीन me फेंक दिए , फिर मेरे jism को चूसने लगा,

मेरे जिस्म को छोटे छोटे बाबा को एक घंटा हो चुका था अब बाबा मेरी योनि में अपना सामान डालने ही वाला था, तभी मुझे थोड़ा थोड़ा होश आने लगा था और मैं अपने होश में वापस आ रही थी तभी मैंने बाबा को अपने साथ संभोग करने की स्थिति में देखा और मैं घबरा गई तब मुझे कुछ समझ में नहीं आया कि मैं क्या करूं और मैंने उसे एक झापड़ मारा और चिल्लाने लगी तो बाबा घबरा गया तब बाबा ने मुझे छोड़ दिया और अपने कपड़े पहन कर दूर खड़ा हो गया



मैं भी अपने कपड़े पहन कर दरवाजा खोलकर बाहर भागी
फिर मैंने अपनी दोस्त कल्पना को सब बात बताई कि बाबा मुझे अंदर कमरे में ले जाकर संभोग करना चाहता था इसलिए मैं वहां से भाग कर आ गई तब कल्पना ने मुझे हंसकर कहा कि अरे पगली वह तुझे संभोग करेगा और फिर तेरे दूध बड़े हो जाएंगे जैसे मेरे हो गए हैं यही एक तरीका था जिससे तू अपने दूध को अच्छे से बड़ा सकती थी

मुझे कल्पना पर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था कि कल्पना ने मुझे कुछ भी नहीं बताया और मुझे बाबा के पास ले गई कल्पना की बातें मुझे कुछ समझ में नहीं आ रही थी कि आखिर संभोग से इसी के दूध कैसे बढ़ सकते हैं मैं कल्पना पर इतना ज्यादा गुस्सा थी कि कल्पना से मेरी बातें अब बंद हो चुकी थी जाते-जाते कल्पना ने मुझे कहा कि अगर तू बाबा के साथ संभोग नहीं करना चाहती है तो मत कर लेकिन किसी ना किसी लड़के के साथ तुझे अपने आप को सपना ही होगा और महीने से 2 महीने तक तुझे उस लड़के के साथ सेक्स भी करना होगा तभी तेरे दूध बड़े होंगे


कल्पना ने मुझे यह भी कहा कि अगर तू किसी पराए मर्द के साथ सोना नहीं चाहती है तो फिर एक काम कर कि तू अच्छा सा लड़का देखकर शादी ही कर ले शादी कर लेगी तो तेरे दूध वैसे भी बड़े हो ही जाएंगे

अब मैं अपने घर वापस आ चुकी थी और मैं अपने घर में हूं रात में अकेली अपने रूम में सो रही थी और मैं बस रात में यही सोच सोच कर सोने की कोशिश कर रही थी कि आखिर मैं किसी लड़के के साथ कैसे संभोग कर सकती हूं जिसे मैं जानती भी नहीं और अगर कल्पना के हिसाब से मैं शादी भी कर लूं संभोग के लिए तो मुझसे शादी करेगा कौन जिसके दूध अभी टमाटर की तरह दिखते हैं


ब्रा वाले ने पिंकी के टमाटर का मजा लिया
आज मेरे घर वाले सभी मेरे लिए लड़का देखने पास के ही गांव में गए हुए हैं और मैं अपने घर में अकेली हूं और मैं अपने बरामदे में बैठकर एक किताब पढ़ रही थी तभी अचानक मुझे कानों में कुछ सुनाई आया शायद कोई फेरी वाली था

मैंने अपने बालकनी से झांक कर देखा तो एक आदमी ब्रा बेच रहा था उसके पास बहुत सारी ब्रा थी और वह आदमी 30 से 35 साल की उम्र का लग रहा था

तभी मेरे मन में फिर कल्पना की बातों का ख्याल आया और कुछ मस्ती करने का मेरे दिमाग में ख्याल आने लगा क्या पता मैं क्या सोच रही थी मैं नहीं जानती मैंने उस ब्रा वाले को आवाज लगाई और अपने घर के भीतर बुला लिया घर के अंदर वैसे भी कोई नहीं था इसलिए मुझे उसे अंदर बुलाने में कोई शर्म नहीं हुई

मैं ब्रा वाले को बहुत ज्यादा ध्यान से देख रही थी और सोच रही थी कि क्या करूं यह भी मुझे नहीं जानता और मैं भी से नहीं जानती अगर मैं उसके साथ संभोग करूंगी तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी और ना ही मेरा चरित्र खराब होगा क्योंकि एक खुशी और गांव से आया हुआ है और मैं किसी और गांव की हूं यह भी अपना काम करके चला जाएगा क्या पता मैं यह सब फालतू बातें आज क्यों सोच रही हूं

ब्रा वाले ने मुझे बहुत सारी ब्रा दिखाना चालू कर दिया मैंने उससे कहा कि मुझे रंग बिरंगी ब्रा दिखाओ ब्रा वाले ने मुझे एक राजस्थानी ब्रा दिखाया जो कि बहुत ही ज्यादा रंग बिरंगी थी
ब्रा बेचने वाला अपना काम कर रहा था और मैं मन ही मन में यह सोच रही थी कि कैसे इस आदमी से संभोग करना चालू करूं और कैसे इसको कहूं कि मेरे साथ संभोग करो तभी अचानक मेरे मन में फिर एक खयाल आया मैंने ब्रा वाले को अपने सामने वाले रूम में एक कुर्सी पर बिठा दिया और कहा कि आप यही बैठी है मैं आपकी ब्रा को अंदर जाकर पहन कर देखती हूं कि वह मुझे फिट आ रही है या नहीं जब तक आप यहीं पर इंतजार कीजिएगा

और मैं उसी रूम के सामने पर एक दरवाजा था उसके अंदर चली गई ब्रा पहनने के लिए ब्रा वाला मेरे उस रूम के जस्ट सामने ही कुर्सी पर बैठा था
मैं दरवाजे के होलसेल ब्रा वाले को निहार रही थी मैं देख रही थी कि दरवाजे के अंदर से कि वह क्या सोच रहा होगा लेकिन शायद उसे अभी कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था वह अपना ब्रा बेचने का काम कर रहा था इसलिए उसके मन में शायद अभी तक कुछ अभी विचार नहीं आए थे

ब्रा वाला कुर्सी पर बैठकर मेरा इंतजार कर रहा था बाहर आने का और मैं दरवाजा बंद कर के अंदर सोच रही थी कि मैं क्या करूं किस से यह मुझसे संभोग करना शुरू कर दे

थोड़ी देर में मेरा दिमाग काम कर गया और मैंने दरवाजे को हल्का सा खोल दिया और जाकर के आईने के पास में खड़े होकर अपने कपड़े को धीरे-धीरे ऊपर करने लगी ब्रा वाले को उस दरवाजे के किनारे से मेरा जिस्म अच्छे से दिख रहा था और यह मैं भली-भांति जानती थी कि उसे मैं देख रही हूं लेकिन उसे नहीं पता था कि मैंने वह दरवाजा जानबूझकर खोला है ताकि वह मेरे साथ सेक्स करें

मैं उसे उत्तेजित कर रही थी सेक्स के लिए इसलिए मैंने वह दरवाजा धीरे से थोड़ा सा खोल दिया था ताकि वह मुझे नंगा देख सके मैंने ब्रा वाले को उत्तेजना जगाने के लिए धीरे-धीरे अपने कुर्ती को ऊपर करना चालू किया और फिर मैंने अपनी कुर्ती को अपने जिस्म से पूरा उतार दिया और फिर मैंने अपनी पहनी हुई ब्रा को पीछे हाथ डालकर खोलने की कोशिश की और उसे भी मैंने धीरे से खोलकर नीचे फेंक दिया और धीरे से आईने के सामने खड़ी हो गई ताकि बड़ा वाला मेरा जिसम देख सके अब बड़ा वाला भी धीरे-धीरे मेरी पूरी पिक्चर का मजा ले रहा था और शायद उसका भी सामान खड़ा हो रहा था और वह भी गर्म हो चुका था

अब मैंने ब्रा वाले की दी गई रंग बिरंगी ब्रा को अपने टमाटर उसे चिपकाकर उसे पहनने की कोशिश की फिर मेरे दिमाग में ख्याल आया कि क्यों ना यह ब्रा में उस ब्रा वाले के हाथों से ही पहनो

तब मैंने ब्रा वाले को आवाज लगाई ब्रा वाले भैया मुझे अंदर आकर थोड़ा बड़ा अच्छे से बना दो मेरी ब्रा का हुक नहीं लग रहा है

मैं ब्रा वाले को आईने से देख रही थी उसका चेहरा एकदम सूख गया हो ऐसा लग रहा था

ब्रा वाला अंदर आ गया और उसने जमीन पर मेरी कुर्ती को देखा और वह थोड़ा शर्म आने लगा मैंने उसे बोला बुरा वाले भैया आप मुझे यह ब्रा अच्छे से बना कर दिखाइए पीछे से इस ब्रा की क्लिप नहीं लग रही है अपने हाथों से उसे लगा दीजिएगा ब्रा वाला समझ चुका था शायद मैं उसके साथ संभोग करना चाहती हूं बड़ा वाला भी धीरे-धीरे आगे कदम बढ़ा रहा था और उसने मेरे इसमें को हल्का सा छुआ और ब्रा को लगाने की कोशिश करने लगा जैसे ही उसने मेरी ब्रा को पकड़ा मैंने बड़ा को छोड़ दिया और बड़ा नीचे गिर गई और मेरे टमाटर उस ब्रा वाले को बिकने लगे बड़ा वाला अब मुझे निहार रहा था और मैं उसके सामने आधी नंगी हो चुकी थी तभी मैं उसके सामने पलट कर खड़ी हो गई और उसे देखने लगी और उसके दोनों हाथों को पकड़कर अपने टमाटर पर रख दिया बड़ा वाला समझ चुका था कि यह टाइम सेक्स करने का है तभी मैं ब्रा वाले के कपड़ों को उतारने लगी और बड़ा वाला भी मुझे चूमने लगा


मैंने ब्रा वाले भैया को अपने पलंग पर लेटा दिया और जल्दी से जाकर दरवाजे की कुंडी को मैंने बंद कर दिया ताकि कोई अंदर ना आए और फिर मैं बुरा वाले के पास चली गई वह वाला नहीं भी अपने पूरे कपड़े उतार कर मेरे पलंग पर लेट चुका था वह भी पूरा नंगा था बस उसकी चड्डी बस नहीं उतारी थी अब वह वाला मुझे अपने जिस्म से गाने लगा और मैं भी उसके ऊपर आ कर लेट गई ब्रा वाले ने सबसे पहले मुझे पलंग पर लेटा कर मेरे दूध को जोर जोर से दबाने लगा मैं घबरा गई थी इसलिए आंखों को बंद कर लिया मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब क्यों करते हैं पहली बार मैं किसी के साथ संभोग कर रही थी

ब्रा वाले ने मेरे दूध को बहुत देर तक अपने हाथों से जोर-जोर से दवाई दे रहा और फिर कुछ देर बाद उसने अपने होठों से मेरे दूध को पीना चालू किया मानो ऐसा लग रहा था जैसे वह आज मेरे दूध को बड़ा ही कर देगा

कुछ देर बाद उसने मेरे दूध को जोर जोर से दबाना चालू किया और फिर मेरे नीचे नाभि पर उसने चूमना चालू किया मैं अब अपने होश में नहीं थी लग रहा था शायद मैं भी अब उसके साथ संभोग करने की स्थिति में आ गई थी कुछ देर बाद ब्रा वाले ने मेरे सलवार का नाड़ा खोल दिया और नीचे खत खाने लगा थोड़ी देर बाद उसने मेरे जिस्म से उस सलवार को भी दूर फेंक दिया , अब मैं अपनी चड्डी में थी और मेरे दूध ऊपर ही ऊपर दिख रहे थे ,

ब्रा वाला भैया मेरी चड्डी भी धीरे-धीरे कर खाने लगा मैं बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी और घबरा भी रही थी क्योंकि यह मेरा पहला संभोग था ब्रा वाला धीरे धीरे मेरी चड्डी को नीचे उतार कर जमीन पर देखने लगा उसके बाद उसने मेरे प्राइवेट पार्ट पर चूमना चालू किया और जीभ लगा लगा कर उसके अंदर इतना चुम्मा कि मैं मदहोश हो चुकी थी अब वह मेरे सामने अपना सामान खोलने के लिए खड़ा था उसने मुझे इशारा किया कि मैं उसकी चड्डी को धीरे से नीचे उतारो और उसके सामान को अपने मुंह में डाल दूं क्या पता मेरे लिए यह पहली बार था किसी का सामान देखना

मैंने ब्रा वाले भैया का नीचे का कक्षा धीरे-धीरे कारखाना चालू किया तब उसके अंदर से उनका खड़ा हुआ सामान मैंने देखा वह बहुत ही ज्यादा बड़ा था और मोटा भी अब मैंने उसे अपने मुंह पर डाला और बहुत देर तक मैं उसे टोपी की तरह चूसते रही मुझे इसमें बहुत ज्यादा मजा आने लगा था

अब ब्रा वाले ने मुझे पलंग पर लेटा दिया और मेरी दोनों टांगों को खींचकर मेरे नीचे वाले प्राइवेट पार्ट पर अपने सामान को डाल दिया और जोर-जोर से मुझे खिलाने लगा तभी अचानक से में जिसने लगी क्योंकि यह मेरा पहला संभोग था और मैं बहुत ज्यादा डर चुकी थी ब्रा वाले ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और मुझे जोर-जोर से संभोग की स्थिति में लाकर सेक्स करने लगाl,

तभी मेरी पहली सील टूट गई और मेरे प्राइवेट पार्ट में से थोड़ा सा खून भी निकला क्योंकि यह मेरा पहला संभोग था इसलिए यह सब होना ही था ब्रा वाले भैया रे बहुत देर तक मेरे साथ सेक्स किया और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था थोड़ा थोड़ा मुझे इसमें दर्द हो रहा था लेकिन मुझे मजा भी बहुत आ रहा था और थोड़ी थोड़ी देर में बड़ा वाला भैया मेरे निप्पल को अपने हाथों से दबाता था या फिर उन्हें थोड़ा-थोड़ा पीता रहता था
ब्रा वाले भैया और मैंने 3 से 4 घंटे तक उस दिन सेक्स किया अब हम दोनों अपने अपने कपड़े पहन कर बैठ गए मैंने ब्रा वाले को बोला कि अब आप चले जाइए क्योंकि मेरे घर वाले आते होंगे बड़ा वाला खुश हो गया और खुशी खुशी में उसने मुझे अपने 10 नए-नए ब्रा फ्री में दे दिए और कहा कि से पहले ना मेरी तरफ से यह तुम्हारे लिए एक तोहफा है


ब्रा वाले के जाने के बाद 2 से 3 घंटे बाद मेरे घरवाले वापस आ गए

अब रात हो चुकी थी और मैं रात में अपने रूम में अकेली सो सोने की तैयारी कर रही थी मैं आईने के पास जाकर खड़ी हो गई और अब अपने पूरे कपड़ों को उतार कर फेंक दिया और अपने टमाटर को ध्यान से देखने लगी मेरे टमाटर पहले से थोड़े हल्के हल्के बड़े देख रहे थे शायद मुझे किसी पराए मर्द ने छुआ था इसी कारण मेरे टमाटर अब हल्के से बड़े दिख रहे थे और मेरे नेपल भी खड़े होने लगे थे क्या पता है ऐसा क्यों होता है लेकिन यह सच था कि मेरा उसका मिलन होने से मेरे जिसमें कहीं ना कहीं थोड़ा परिवर्तन आया


अब मैं समझ चुकी थी कि वह बाबा अगर मेरे साथ महीने भर संभोग करता तो शायद मेरे जिस्म में भी बहुत ज्यादा बदलाव आते जैसे कल्पना के जिस्म में आए थे

घरवाले जो लड़का देखने गए थे उस लड़के ने भी मुझे देख कर शादी करने से मना कर दिया और मैं आज भी अकेली हूं क्योंकि अभी भी मेरे टमाटर बड़े नहीं हुए हैं मैं समझ तो चुकी थी कि मुझे किसी पराए मर्द को अपने जिस्म को बार बार तूने देना पड़ेगा तभी मेरी शादी हो पाएगी अब मैं फिर से संभोग करने की प्लानिंग कर रही हूं मैं कॉलेज पिकनिक के बहाने घर में झूठ बोलकर कल्पना के साथ फिर वापस उस गांव में गई जहां पर वह बाबा था इस बार कल्पना ने मुझे अच्छे से समझाया और कहा बाबा जो भी करेगा उसे करने देना और डरना मत हो तेरे टमाटर को जल्दी से जल्दी बड़ा कर देगा

बाबा और मैं हम दोनों आमने सामने बैठे थे इस बार बाबा मुझे फिर उन्हीं नजरों से दूर रहा था और मैं भी अब उसे उसी नजर से घूर रही थी क्योंकि मैं उसके साथ संभोग करना चाह रही थी मैं चाहती थी कि बाबा मेरे टमाटर को जल्दी से बड़ा कर दे मैं अभी उसके साथ संभोग करने के लिए बेताब थी बाबा ने मुझे एक जमीन पर बिस्तर में लेटा दिया और फिर मेरी कुर्ती को वापस से ऊपर करके उतार दिया और नीचे से मेरी सलवार का नाड़ा खोल कर उसे भी फेंक दिया अब मैं ब्रा और चड्डी में थी मुझे समझ में नहीं आ रहा था क्या यह मैं जो कर रही हूं सही है या नहीं लेकिन मैं संभोग के लिए व्याकुल थी बाबा ने मेरी ब्रा को भी उतार दिया और मेरी चड्डी को भी उतार के फेंक दिया अब मैं बाबा के सामने पूरी नंगी थी बाबा मेरे ऊपर चढ़कर और मेरे दोनों को बहुत जम जम से दबाने लगा और उसे अपने होठों से चूस चूस के उन को बड़ा करने की कोशिश करने लगा हम दोनों ने बहुत देर तक सेक्स किया और उन्हें मेरे दूध को बहुत ज्यादा पिया अब मैं कल्पना के साथ उसकी नानी के घर पर वापस आ चुकी थी बाबा ने मुझसे कहा था कि मुझे एक महीने तक उसके पास आना होगा




मैं हर रोज बाबा के पास जाने लगी और 10 से 12 दिन में ही मेरे दूध बड़े होने लगे तो 1 दिन बाबा ने मुझसे कहा कि संभोग करने में अगर तुम्हें कोई परेशानी ना हो तो मैं चाहता हूं कि तुम अब दोस्त बढ़ा दो मैं बाबा का मतलब समझ नहीं पाई तो बाबा ने मुझे खुलकर कहा कि बेटी जल्दी से जल्दी अगर तुम्हें टमाटर को बड़ा करना है तो तुम्हें ज्यादा सेक्स करना होगा ज्यादा लोगों के साथ यह सुनकर मैं थोड़ा शरमा गई और मुझे थोड़ा अजीब लगा क्योंकि अभी तक मैंने एक ही पराया मर्द के साथ सेक्स किया था और अब ज्यादा मर्द के साथ सेक्स करना मुझे उचित नहीं लग रहा था फिर भी मैंने बाबा को खाकी बाबा मैं अपने टमाटर को बड़ा करने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूं लेकिन मैं चाहती हूं कि जो भी मुझे सेक्स करें वह मुझे सेक्स शो करें लेकिन मैं उन्हें ना जानता हूं कि मैंने उनके साथ सेक्स किया है जो कि मैं अपने किसी को सिर्फ एक ही मर्द को सुना देना चाहती थी

बाबा ने कहा इस परेशानी का भी मेरे पास हाल है तुम परेशान मत हो कल तुम साड़ी पहन कर आना अच्छी वाली और मैं यहां पर उन लोगों को तैयार रखूंगा जो तुम्हारे साथ संभोग करेंगे

अब मैं अपने टमाटर को बड़ा करने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थी बाबा ने मुझे कहा था कि साड़ी पहनकर आने के लिए इसलिए मैंने एक अच्छी सी रेड कलर की साड़ी पहन ली और सब कुछ लाल कलर का ही पहना था अब मैं बाबा के पास पहुंची तब वहां पर कोई भी नहीं था शायद वह लोग आने वाले थे जो मेरे साथ आज सेक्स करेंगे बाबा ने मुझसे कहा तुम बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही हो और सेक्सी भी तुम नहीं खड़े रहो जो लोग तुम्हारे साथ सेक्स करेंगे वह आने वाले हैं तुम चाहो तो जब तक यही बिस्तर में लेट जाओ लेकिन अपनी आंखों में पट्टी मान लो ताकि तुम्हें पता नहीं चलेगा कि तुम्हारे साथ सेक्स कौन कौन कर रहा है

बाबा ने मुझे अब एक कुर्सी पर बिठा दिया और मेरी आंखों में पट्टी बांध दी 10 मिनट बाद एक आदमी ने मेरे होठों को चूमना चालू किया और एक आदमी ने मेरी साड़ी को धीरे-धीरे ऊपर कर कर खाना चालू किया एक आदमी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खड़ा कर दिया मैं सब महसूस कर रही थी लेकिन मैं किसी को देख नहीं पा रही थी शायद ही संभव है धीरे-धीरे फिर एक आदमी ने मेरे दोनों टमाटर ऊपर अपने हाथ को रखकर दबाने लगा अभी मैंने कपड़े किसी ने नहीं बता रहे हो फिर मुझे चारों ने बीच में खड़ा कर दिया और एक नहीं मेरे ब्लाउज के सामने के बर्तनों को खोलने चालू कर दिया एक आदमी ने मेरे साड़ी को पूरा ऊपर तक हटा दिया और अंदर मेरे प्राइवेट पार्ट को टच करने लगा फिर कुछ देर बाद किसी ने मेरी साड़ी को उतारना चालू किया मैं बहुत घबराई हुई थी लेकिन मुझे मजा भी बता रहा था फिर मेरी साड़ी को इन लोगों ने फेंक दिया और अब मैं पेटिकोट और ब्लाउज में थी फिर धीरे से पीछे से किसी ने आकर मेरे ब्लाउज के हुक खोल दिए और मेरे ब्लाउज को भी उतार दिया

अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी सभी आदमियों ने मेरे साथ को सेक्स किया और मेरे टमाटर को खूब दबा दबा कर बड़ा करने की कोशिश की अब हम सब सेक्स कर चुके थे और मैं उन सब को नहीं देख सकती थी अब वह लोग सब चले गए थे और बाबा और मैं अकेली थी फिर मैंने अपने कपड़े पहन लिए बाबा ने मुझसे यह सब 3 से 4 दिन और कराया उसके बाद मैंने अपने टमाटर में काफी परिवर्तन देखा मेरे टमाटर काफी बड़े हो चुके थे लेकिन मेरा पिछवाड़ा भी थोड़ा थोड़ा बड़ा दिख रहा था शायद संभोग करने के कारण पीछे से मेरा पिछवाड़ा भी थोड़ा थोड़ा बढ़ गया था अब मैं पहले से काफी अच्छा महसूस कर रही थी अब मैं कल्पना के साथ अपने गांव वापस आ चुकी थी और मैं बहुत खुश थी क्योंकि मेरे टमाटर बड़े हो चुके थे

तो यह था मेरे टमाटर से तरबूज बनने का राज अगर आप लोग को मेरी कहानी पसंद आई हो तो मेरे पार्ट 2 के लिए मुझे कमेंट जरूर करें

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